रक्षा बंधन शायरी | Raksha Bandhan Shayari, Quotes, Wishesh Messages| The NK Lekh
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रक्षा बंधन शायरी | Raksha Bandhan Shayari | The NK Lekh |
बहन हो तो ये जहां जहान लगता है
वरना ये जीवन तो खाली मकान लगता है
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रक्षा बंधन शायरी | Raksha Bandhan Shayari | The NK Lekh |
मैंने भगवान से जब दुआ मांगा तो भगवान ने हंसकर बोला -
अरे तुझे जो भी चाहिए वो सब तेरी बहन ने तेरे लिए मांग लिया है
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रक्षा बंधन शायरी | Raksha Bandhan Shayari | The NK Lekh 🌹❣️🌹 |
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रक्षा बंधन शायरी | Raksha Bandhan Shayari | The NK Lekh |
पापा की दवाई से लेकर
मां के पैर दबाने तक
उसका रूठना और उसे मनाना
उसको खूब मनाने तक
उसका प्यार से राखी बांधना
और उपहार लेकर खुशियां पाने तक
भगवान करे ऐसी भाई बहन की जोड़ी
सलामत रहे जमाने जमाने तक
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रक्षा बंधन शायरी | Raksha Bandhan Shayari | The NK Lekh |
जब भी रोई, तुमने मेरे आंसुओं को पोंछा
जब भी गिरा, भाई साया बनके था खड़ा
न छोड़ना कभी मेरा साथ मेरे भाई
राखी की मोतियों में है मेरा प्रेम जड़ा
प्रेम का अनोखा संगम और एहसास है
और ये जो कलाई में बंधी है राखी का धागा
उसमें बहन का भाई पर अटूट विश्वास है
नवचेतना का उज्ज्वल प्रकाश है।
बहन का प्रेम जब रक्षाग्रंथी में बाँधो,
तो जीवन स्वयं दिव्यता का आकाश है।
इसपर हजारों वादों का भार है
रक्षा बंधन तो बस कहने को है
असल में भाई बहन के मिलन का दरबार है
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रक्षा बंधन शायरी | Raksha Bandhan Shayari | The NK Lekh |
ये बहन की दुआओं का ही है असर, हर जंग में ढाल बन जाता है
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रक्षा बंधन शायरी | Raksha Bandhan Shayari | The NK Lekh |
"भाई-बहन का बंधन नहीं टूटता, चाहे फासले हों या वक़्त रूठा!"
"राखी सिर्फ बांधो नहीं, निभाओ – उम्र भर, बिना किसी शर्त के!"
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रक्षा बंधन शायरी | Raksha Bandhan Shayari | The NK Lekh |
जब आए दुख की घड़ी, तो मुझे याद करना
मेरा कर्तव्य ही है पूरी तेरी हर मुराद करना
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भावनाओं में लिपटा, स्नेह से भरपूर उपहार।
भाई का फ़र्ज़ नहीं, उसका सौभाग्य है,
ऐसे रिश्ते पे खुदा भी करता है इफ़्तिख़ार।
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रक्षा बंधन शायरी | Raksha Bandhan Shayari | The NK Lekh |
हमें अपनी बहन की जरूरत का एहसास
तब होता है जब मां बीमार होती है
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रक्षा बंधन शायरी | Raksha Bandhan Shayari | The NK Lekh |
राखी के धागों में दुआओं का सिलसिला रहे
हम दोनों के बीच कभी कोई न गिला रहे
जैसे चांदनी रात में मुस्कुराते हैं पंखुड़ियां
वैसे मुस्कुराहट से तेरा भी चेहरा खिला रहे
बहन की मोहब्बत को अल्फ़ाज़ों में ढाल नहीं सकता
उसके बिना तो कभी मैं खुद को संभाल नहीं सकता
मैं भले ही रहूं कितना भी व्यस्त जीवन में
बहन पुकारे तो उसकी बात कभी टाल नहीं सकता
केवल रेशम की डोर नहीं होता।
यह तो उस नियति का उद्घोष है,
जो जन्मों से स्नेह की लौ में जलता रहता है।
तेरी प्यारी मुस्कान है मेरी अमानत
कसम है मुझे तेरे इस राखी का
जब है सांस करूंगा तेरी हिफाज़त
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रक्षा बंधन शायरी | Raksha Bandhan Shayari | The NK Lekh |
खामोश हूं तो ऐसा नहीं कि तुमसे प्यार नहीं करता
हर वक्त फिक्र रहती है तेरी बस इजहार नहीं करता
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तो कुछ आदतें बहन से सीख लो
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"राखी सिर्फ रेशम की डोर नहीं, बहन की निःस्वार्थ प्रार्थना का अमूल्य उपहार है।"
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रक्षा बंधन शायरी | Raksha Bandhan Shayari | The NK Lekh |
रक्षा बंधन का ये त्यौहार मोहब्बत के नाम है
बहन की हर अल्फ़ाज़ तेरे बरकत का पैगाम है
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रक्षा बंधन शायरी | Raksha Bandhan Shayari | The NK Lekh |
हट गए सारे पत्थर, हर रास्ता हुआ मांगल्य
संघर्ष भी उत्सव प्रतीत हुआ, जब बहन का मिला वात्सल्य
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धागों में लिपटा सलामती का एहसास है
जब याद आए चूम लेना अपनी कलाई
बहन जहां भी रहे, वो तुम्हारे पास है
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